To my Father at the age of 90 years
My Father at the Age of 89 years
What shall happen to me than----?
जब मैं बुढढा हो जाऊंगा,
शरीर ना देगा मेरा साथ I
चलना फिरना मुश्किल होगा,
ना काम करेगें मेरे हाथ II (1)
दांत कूद बाहर आयेगें ,
आवाज करेगी ,जैसे बजता भोंप्रू,
“क्या बकते हो बुढऊ दिनभर,”
किसको सोचूं काम ; मैं सौपूं II(2)
सब इतरायगें , दूरी बढायेंगें,
महसूस करूंगा" मैं हूं अकेला",
जवान चलेगें समय जवानी,
समझ से बाहर मैं अलबेला"II(3)
दादा नाना की कहानी,
अब छीन लिया है टी०वी०,
बच्चे देखेगें कार्दून,
दूर रहेगी मेरी बीबीII(4)
उपदेश मिलेगें फ्री में मुझको,
मेरा अनुभव गया गर्त में,
हांरूगा मैं बच्चों बीच ,
सब कुछ गवां के उनकी शर्त में II(5)
फिल्मी गाने दूर रहेगे..
घर बनेगा बहू बेटी का
''कुछ भी बोलो, सोचो पहले",
लगेगें' अचार बना टेंटी का', II(6)
फिल्म देखना भी मुश्किल,
गाना गाना करे बदनाम
बुढऊ गये सठियाय,
तरह तरह के मिलेगें नाम II(7)
प्रेम फलांगें मारेगा,
दिल्र बुढढा बन जायेगा,
जो भी सोचूं कह नहीं सकता
दिल मेरा घबरायेगा, II(8)
खांशी बनेगी शरीर की साथी,
बुखार करेगा मुझे कमजोर,
दवा का अम्बार घर होगा,
नब्ज चलेगी ;पड़ेगा जोर II(9)
पैसा जेब में न रक्खा तो,
बच्चे बाहर कर देगें ,
कुछ कहेगें मथुरा जाओ ,
कुछ दारिका,हरिदार भेजेगें II(10)
सब से कठिन परीक्षा ; जीवन की,
उपदेश सभी ने यही कहे ,
यही सोच घबरा जाता हूँ ,
बुढ़ापा जीवन से,हाय !दूर रहे II(11)
भारत की महिला बीबी है,
सदा चले आदर्शो पर,
महा मूर्ख वे बन्दे है,
कोहराम मचाते अपने घर II(12)
सबसे अच्छा यही रास्ता,
कब्जा मकान पे अभी जमाना,
कहें गुलाम बीबी का,!
अब जीवन उसके साथ निभाना II(13)
कहें 'गर्व से स्वयं ही हम ,
हां! बीबी के हम हैं गुलाम,
कटेगा बुढापा शान्ति से,
शान्ति से होगी जीवन की शाम,(14)
(अर्चना व राज)
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