आज का भजन
(X/7/1270)
अपनी मुरादे पूरी करने
पास तेरे मैं आया हूं
मेरी तमन्ना मेरी हसरत
पास तेरे मैं लाया हूं--------
अपनी मुरादे पूरी करने------1
सारी जिन्दगी बीत गई,
कल की आस
दिल में मेरे
आशा थी कब अपने
सपने होगें पूरे
ना तूने बुलाया
कल ना आया
इसी सोच में रहता हूं
विकट समस्या मेरी है
आज मैं तुमसे कहता हूं
सुन ले कान्हा अब तो ,
अरज लगा ने आया हूं--------
अपनी मुरादे पूरी करने --2-
साथ ना किस्मत अब देती
दि ल की तमन्ना
दिल में रहती ,
इसे सुलझाओ ,
राह बताओ
यही पूछनें आया हूं ------
अपनी मुरादे पूरी करने ------ 3
सारी नफरत सारे झंझट
साथ चले है मेरे
जिसने जो बोला ?
सपने टूटे मेरे
सभी देखते
राह को तेरी
यही बताने आया हूं-------
अपनी मुरादे पूरी करने -4
(अर्चना व राज)
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