Sunday 7 October 2018

Srajan (E-Magazine): 792---आज की बात

Srajan (E-Magazine): 792---आज की बात: " सुनो दिल जानी मेरे दिल की कहानी तुम दस्त की बिकानी बदनामी भी सहूंगी मैं देव पूजा ठानी हो निवाज ही भुलानी ...

792---आज की बात


"सुनो दिल जानी मेरे दिल की कहानी तुम
दस्त की बिकानी बदनामी भी सहूंगी मैं
देव पूजा ठानी हो निवाज ही भुलानी तजे
कलमा कुरान सारे गुण गहूंगी मैं
श्यामला सलोना सिरताज कुल्ले दिए 
तेरे नेह दाग में निदाग ही रहूंगी मैं
नंद के कुमार कुर्बान तानी सूरत पे 
हूं तो तुरकानी हिंदू आनी रहूंगी मैं
नंद के कुमार कुर्बान तानी सूरत पे 
हूं तो तुरकानी हिंदू आनी रहूंगी मैं"
ताज बीबी
जो लोग जातिवाद या धर्मबाद या अन्य बातों से ग्रस्त है वह कृष्ण धारा से जुड़े ,जिंदगी मैं बदलाव आता है वे मुस्लिम कवि जो कृष्ण के दीवाने थे अपनी रचनाओं से उन्होंने पूरी दुनिया का मन मोह लिया और हम हैं कि अभी तक नहीं समझे
क्या हिंदू क्या मुस्लिम क्या अंग्रेज , क्या बौद्ध या दुनिया
:
पालन पोषण से ही दिलो दिमाग को दूषित कर दिया जाता है जबकि जन्म से सभी बराबर है
रसखान रहीम
मोहम्मद याकूब,
सनम ,सैयदफजलुल् हसन,
छटंकी खलीफा ,नवी बक्स फलक,
शेख अलीजान ,बेदम वारसी ,काजिम ,
कायम, कासिम अली ,अख्तरशिरानी ,
,
अफसोस, अब्दुल असर हफिज, दरिया खां,
अशरफ महमूद दाना ,नवी, नफीस खलीली
,
निजामी फरहत,ताजबीबी,आलम
सैयद मुबारक अली हरदोई , कारे कवि ,
आदिल ,महबूब ताछिलसाह,नजीर अकबराबादी
गुलाम मुस्तफा कली खान ,अदा रंग मिर्जा बाकर अली हसरत ,
शाहतुराब अली
Raj-
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