Thursday 16 February 2017

485-----क्या आप जानते हैं

क्या आप जानते हैं
ए्क दिन खरगोश और कछुआ में दौंड हुई
खरगोश को अपने पर जरूरत से ज्यादा विश्वास था
थोड़ी देर तेज दौड़ा  और एक पेड़ के नीचे बैठ गया और अचानक नींद गई पर कछुआ चलता रहा और मंजिल तक पहुँच गया खरगोश जागा,पर देर हो चुकी थी-----Meaning slow and steady wins the race
 दोनों में फिर बहस हुई अब की रास्ता बदल दिया गया ,खरगोश सचेत था वह तेजी से दौड़ा लेकिन बीच में रूकना पड़ा ,नदी इस रास्ते बह रही थी थोड़ी देर बाद कछुआ आया, नदी में उतरा ,तैरा ,फिर भी मुकाम जीत के साथ मिला ,----again over-confidence came in the way
अब की खरगोश ने कछुया से निवेदन किया। यार! दोनों साथ मिलके दौड़ते हैंI जहां रास्ता पक्का था ,खरगोश ने कछुये को पीठ पर बैठाया और तेजी से दौड़ा,कुछ ही पल में नदी किनारे पहुंच गया ,अब कछुया की बारी अाई ,खरगोश उनकी पीठ पर बैठ गया और नदी पार करने के बाद जल्दी ही दोनों एक साथ मुकाम तक पहुंच गये Iवो भी कम समय में ! आयो ! meaning the I performance needs to be changed into we work and scattered effort shall take more time to take us to the Destination.Scattered  प्रयासों को comprehensive support  and work  in the spirit of togetherness नाम दें
,Let Basti do first !

(Raj)

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