अपने ससुर जलालुद्दीन खिलजी की हत्या
के बाद अलाउद्दीन खिलजी दिल्ली की सल्तनत का सुल्तान बना चित्तोड़ पर कब्जा खिलजी का
सपना था अनेक प्रयास के बाद जब सफल नहीं हुआ ,फिर उसने घोखे से राजा रतन सिंह को कैद
कर लिया और कहा जब तक रानी पदमावती ,जो अपनी सुन्दरता के लिए भी प्रसिद्ध थी ,उसके
कैम्प नहीं आयेंगी ,वह रतन सिंह को नहीं छोड़ेगाI रानी ने भी चाल चली कि वे मिलने और
संधि प्रस्ताव के साथ आयेगीं और उसे राजा रतन सिंह को छोड़ना पड़ेगा चाल के मुताबिक
रानी की जगह योद्धा काका गोरा कों बैठाया गयाअौरदासियों व कहारों की जगह सभी राजपूत
योद्धा भेष बदलकर भेजे गये ,जहां राजा रतन सिंह कैद मेंर खे गये ,संधि के मुताबिक रानी
को वहीं जाना था Iअचानक पहुंचकर राजपूत सैनिक दुश्मन पर टूट पड़े ,इससे भगदड़ मच गई
Iरतन सिंह को सुरक्षित महल पहुंचा दिया। गया पर खिलजी इतना इस घटना से चिढ़ गया कि
बाद में भारी सेना के साथ आयां और छह माह तक घेरा किले का डाला,लेकिन सफल न हो पाया।
राजपूत भूखों मरने के कगार पर पहुंच गये फिर रानी पदमावती ने संकल्प लिया जौहर व शाका का Iगो मुखमें स्नान
करने के उपरान्त 16000 महिलाओं के साथ मिलके जौहर किया Iराजपूत सैनिकों ने काफी संघर्ष
भी किया, लेकिन जब विजयी होकर खिलजी किले में प्रवेश किया तब कोई भी जीवित नहीं मिलाIकेवल
लाश ही लाश Iये रानी पदमावती की इज्जत से खिलवाड कर रहा है Iमा० न्यायालय का भी
मत है जब इज्जत दाब ------कानून हाथ में ले सकते हैंIयहां घर की नहीं ,समाज की तो है
1---बालीवुड़ अाजकल मैटर disputed करता
है फिर पैसा कमाता है पाकिस्तान का मान कला के नाम पर व सैनिकों का अपमान हम देख चुके हैं, विरोध जरूरी हैं किसी की भावना से खेलने का अधिकार नहीं हैI (Archna and Raj)
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