(अर्चना)
(घ/44/1854)
Important Day of my Life
याद है वो दिन मुझको
जब गया देखने तुझको
चाल मेरी मस्तानी थी
दिल में तू दीवानी थी
बोले डैडी, जाओ बेटा
जल्दी आओ, हमें बताओ
तैयारी भी करनी है
लौट के जल्दी घर आ जाओ-----
खुशियाँ इतनी छाईं थी
सामने मेरे तू आई थी
शरमाती हौले -2अाती,
पहन के पीली साड़ी आती
मुझे पता था क्या होगा
भाग्य में अच्छा-2 होगा
कितनी पढी हो ?मुझे बता ओ
जल्दी-2 मेरे घर आ जा-ओ-------
मुस्कान चेहरे पे मेरे आई
नजर भी तुमने नीचे झुकाई
इतना केवल होना था
साथ में तेरे रहना था
पल चाहा था वहीं ठहर
कहीं न जाये अपनी नजर
घर मेरे तुम आओ
मुझको अपना बनाओ -------
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हमने हां भी कर दी
तुमने खुशियां भर दी
मेरी (राज ) की तरफ से तुम्हे (अर्चना)
Happy Marriage Anniversary
With a evening candle light dinner of your choice
In the beautiful city Gorakhpur
Jai Ho Baba Gorakhnathji and Krishna -2 Harai -2
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