Tuesday, 13 June 2017

602-----चाचा तुमको सारा पता


एक दिन गोरखपुर में एक होटल में हम लोग खाना खाने गए ,सामने वाली सीट पर दो व्यक्ति आपस में बात कर रहे थे परिणाम क्या हुआ ? इसका अंत में पता चलेगा

आज का हाथ हास्य
चाचा तुमको सारा पता

Z/26/1390
चाचा तुमको सारा पता
दिल का तुमको राज पता
यही प्यार तो जीवन मेरा
आशा जीवित शाम सवेरा
जबसे उसको देखा है
दिल को उसने जीता है
प्यार ने मुझको खूब सताया
 चुपके से मैंने तुम्हें बताया
प्यार किया है नहीं खता
चाचा तुमको सारा पता--------
 दिल की धड़कन पढ़ लो ना
हमको भी समझ लो ना
राह दिखानी तुमको चाचा
बात बनानी तुमको चाचा
 प्यार बिना ना रह पाएंगे
 अपनों को खूब सताएंगे
मदद करो ,मिले मुकाम
चाचा तुम से पहला काम
बाकी नहीं है अता-पता
चाचा तुमको सारा पता -----
“पहले मुझ को समझने दे
 बात भाई से करने दे
जल्दी में सब ढ़ह जाएगा
फिर कहां भतीजा जाएगा
भाई मेरा गुस्सा वाला
जाम का दूंगा उसको प्याला
जब हो जाए मतवाला
बात बनेगी तेरी ला- ला “
“बात मानूंगा चाचा तेरी
काम तेरा है किस्मत मेरी
ना बिगड़े अब मेरा काम
 चाचा तेरा होगा नाम
प्यार मिलेगा मेरे जीवन
 खिल जाएगा मन का उपवन
तुमसे है उम्मीदें ज्यादा
चाचा मेरा तुमसे वादा
तुमसे है उम्मीदें ज्यादा
 प्यार से मैंने दिया बता
चाचा तुमको सारा पता
चाचा तुमको सारा पता”
Published FB/T/BLOG13/6/17

(अर्चना राज)

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