Sunday, 11 June 2017

600---टूट गया है दिल मेरा


पता नहीं बस्ती शहर के सभी एटीएम या तो बंद रहते हैं या उनमें पैसा नहीं होता ,आज सुबह पूरे शहर का लगभग 30 किलोमीटर चक्कर लगाने के बाद भी किसी ATM से पैसे नहीं मिले !
टूट गया है दिल मेरा
(Gha -68/1901)
सुबह हुई
हम बाहर निकले
न पैसा पास था मेरे
 जगह जगह हम देखें
कहीं जुगाड़ ना आई
आज काम ये मेरे
 संडे को जाना
 संडे घूमना
आज का मन था मेरा
ना पैसा साथ में मेरे
 तोड़ दिया दिल मेरा------
 बाहर वाला बिन पैसे के
काम चलाएं कैसे
सभी प्यार से मिलते हैं
साथ ना मिलता बिन पैसे
रात अंधेरी होती है
दुख देता है सवेरा
तोड़ दिया है दिल मेरा-----
 दिल भी टूटा
अपना रुठा
ना समझा कोई परेशानी
रिश्ते नाजुक होते हैं
मुश्किल से बनते हैं
आज हुई हैरानी
अपना दुख जब औरों का
 घर करता है डेरा
 समझ में आता
क्यों टूट गया दिल मेरा---

(अर्चना राज)

No comments:

Post a Comment