Thursday, 15 October 2015

Srajan (E-Magazine): 0000258-दम्भ नहीं जलता,(Hindi Poem)

Srajan (E-Magazine): 0000258-दम्भ नहीं जलता,(Hindi Poem): दम्भ नहीं जलता,          मेरा टूटा मन,  ज्यों टूटे दर्पन,  दुनिया फानी है , सिर्फ कहानी है,  दरिया का उठता गिरता पानी है, ...

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