Thursday 18 August 2016

357---भाई बहनका पावन पर्व है (Hindi Poem-kha /32/1543)








सभी को रक्षाबंधन दिवस की शुभकामनायें

भाई बहनका पावन पर्व है
(Hindi Poem-kha /32/1543)
सुबह सबेरे हंसते -2,
बहना घर पे आई,
हमें देख इतराई इतना,
खुशियां घर मे लाई,--------1--chhai-
छोड़ के अपना कामधाम ,
जेब देख ली पहले ,
समय साथ ना देता अपना, 
दिल भी अपना दहले, 
देख नजारा बहना बोली ,
भैय्या ,सावधान !
नहीं चलेगी अब चतुराई------2
हंसंते -2 हम बोले,
अरे !लेके बच्चा पर्स को भागा,
जान भी तुझपे न्यौछावरहै, 
अनमोल है तेरा ये धागा, 
छोटी मोटी बाते पे ,
आे मोटी !क्यों तुमसे करू लड़ाई -3-
तेरा मीठा मुझको खाना ,
अरे !चुपके-2 जल्दी से दे ना ,
बीवी वरना अा जायेगी ,
शुरू करेगी ;क्लास कों लेना ,
अभी व्यस्त है बातों में ,
होगी वरना मेरी जग हंसाई -3-
देश हमारा त्यौहारों का, 
अनमोल है इसका नजारा, 
भाई बहनका पावन पर्व है ,
रहे मुबारक ये सबको प्यारा, 
खुशिया दे के ,आंसू रोके,
बहन की करू विदाई-4- 
सभी को रक्षाबंधन दिवस की शुभकामनायें 
From Archna and Raj”




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