Wednesday, 31 August 2016

0366-ये मोदी जी कौन हैं (Hindi Poem-kha/78/1589)





ये मोदी जी कौन हैं
(Hindi Poem-kha/78/1589)
जिसने काटा रस्ता उनका ,
कूद के जनता आगे आती ,
मोदी की सुनते” क्या कहते”,
जनता पहले ठीक कर जाती -1

सोचा जिसने पकड़े लगाम,
 हुंकार भरी वो गिरा धड़ाम,
 पास गुजरते,दुआ मांगते ,
सन्त भी जपते जयसियाराम,-2

 बावुल बन गये पप्पूभईया ,
साथी उनके खुले में पिटते,
पैलट बैलट भूल गये हैं ,
पता नहीं ,कहां जाके छिपते ,-3

कहां रोज घोटाले करते ,
सिस्टम सारा अस्तव्यस्त
 मिलना जुलना हों गया बन्द,
बाधा बनके मोदी कर दिये पस्त,-4

तरख़ा का चल गया है चरखा
ताजदीप का बुझ गया है दीप,
तेजू भाई सामने आये ,
साथी उनका बजाते वीप,-5

 कोई फैलाता द्बेष भाव,
कोई जवान फिसलता मिलता,
कोई पीके मस्त होता,
कोई माफी मागता फिरता-6

कोई नेता देखा पहुंचा पाकिस्तान,
 जय-2 मोदी वहाँ भी चलती ,
जबाव मिला है पहली बार,
बलूचं भाई की किस्मत जगती,-7

लोग प्रेम से नारा देते ,
ठोंक कें छाती अपनी कहते,
पाकिस्तान हमारा है
जोश कहां से मोदी भरते,-8

देख के ये सब प्यार मिला ,
चीन की होती किरकिरी ,
लाभ कमाने चला था भईया ,
कहता चाल बड़ी सिरफिरी,-9

कौन हैं मोदी, हमें बतादों ,
हम भी उलझनमें पड़ते ,
सारे विरोधी पस्त ,
डा०की वे राह पकड़ते-10
(अर्चना व राज)

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