22-यदि हमआप सफलता ,चाहे छोटी हो या बड़ी ,के युग में जी रहे हों, तब उसे बचाए रखना भी आवश्यक होता है एक छोटी सी चूक या भूल हमारी सफलता को असफलता में परिणित कर देती है अतः हम को विशेषकर, जो हमारे विरोध में हों चाहे वैचारिक ही क्यों ना हो ,के साथ सोच समझकर व्यवहार एवं बर्ताव करें, दिल न खोलें ,क्योंकि सार्वजनिक
करना स्वयं के लिए ही अ सफलता की सीढ़ी पर चढ़ने के समान है अतः सावधानी हटी दुर्घटना
घटी
if we are living peacefully in the age of
success ,wether , small or big ,we have to be very alert and careful in order
to maintain it.A little mistake may take
us back and the repairable loss will
come to us and damage control in that condition becomes very challenging .Hence
we should avoid to be individualized with those with whom we have any sort of
difference, maybe of opinion or views or those unhappy with us; for the moment
we are careless ,we may suffer forever.
जयहिन्द
सभी को सुख और समृद्धि मिले
आज का दिन शुभ हो
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