Friday, 12 June 2015

000229----Ah !The Summer has come(Hindi Poem-00321)


मौसम ने ली करवत

मौसम बदला
गर्मी आई 
तपती धूप 
साथ में अपने 
गर्म हवा भी लेके आई 
सड़क किनारे देखे हमने ,वाहन रूकते 
पेड़ों की छाया तले, पथिक भी बैठे रहते 
मन करता हम बात करें
चर्चा ,खुद फरियाद करें 
हिम्मत ने भी दम तोड़ा,
चेहरे पे मूर्छा छाई, गर्मी आई , गर्मी आई I1I
लोशन मोशन ?साथ में निकले ,
हिम्मत टूटी, बढ़ते कदम पीछे फिसले
गन्दी महक के साथमें ,
चिपके गीले हाथ में
छोड़ पसीना बॉडी कहती,
पीके पानी आगे चलती
धूप में प्यारे तप जाओगे ,
टूट के खटिया बन जाओगे
प्रेम से प्यारे घर पे रहना ,
विश्राम पेट को पूरा देना
वरना डॉक्टर इन्तजार में ,
तुमसे अपने प्यार में 
जो दवा रखीं तै यार ,
बढ़ती मांग हैं लेके आई---- गर्मी आई , गर्मी आई I2I
बच्चे देखे गर्मी में भी ,
पहन घुटन्ना दौड़ लगाते

पानी गन्दा ,अच्छा हो ,
जम्प लगाते ,प्यार से नहाते
काली भैंस भी साथ हमारे ,
पानी से बाहर आती
मिलेगा दूध ,शाम को पानी 
,चिन्ता हमको इतना सताती 
जिसको देख़ो कपडे उतारे ,
गर्मी का आनन्द उठाते
इन्द्रदेव की राह देखते ,
आ जा !बारिश !थक गये गर्मी से बचाते,
दिल टूटा और मन भी घायल ,
लेके इसको गर्मी आई ----------गर्मी आई , गर्मी आई I3I
पेट भरा हरदम रहता ,
भारी -2-तन मन रहता
पीके पानी बेल जूस ,
टूटा -2 दिल भी रहता
स्वर्ग कहाँ और नरक कहाँ,
हमको लगता यहीं बसा ,
अच्छा मौसम स्वर्ग हैं जैसा ,
नरक में अपना तन मन कसा
मौसम याद दिलाता ,
छठी का दूध पिया है किसने ,
अच्छे -2 पहलवान भी ,
देंखें टूटे सारे सपने
जब इनकी हिम्मत चूर हुई
बॉडी अपनी मजबूर हुई ,
किससे हमको क्यों भिड़ना,
प्रेम से कहते ,गर्मी आई--------------गर्मी आई , गर्मी आई I4I
इस मौसम में भी देखो ,
सरहद पे रहता हैंसैनिक ,
देश की रक्षा प्रथम सुरक्षा,
सब कुछ सहता अपना सैनिक,
सीख हैं देता उसका जीवन,
देश की सेवा सर्वोत्तम
यही सिखाता उसका जीवन,
तपिश जीवन में सबके रहती,
फिर भी जीवन आगे चलता
सहने की शक्ति जिसमे ,
जीत सदा उसने पाई--------------------गर्मी आई , गर्मी आई I5I

(अर्चना व राज)


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