Tuesday, 15 August 2017

648-----आज का दिन है बड़ा निराला

आज का दिन है बड़ा निराला 
(C/36/1973)


चारों तरफ अंधेरा था 
काली घटा भी छाई थी
दुश्मन सामने बैठा था
खुशी की घड़ियां 
फिर भी आई थी
दुनिया का उद्धार हुआ
सब का बेड़ा पार हुआ
बीच हमारे वो आये
मन को सब के वो भाये
कान्हा आए बन रख वाला
मुरली वाला नंदलाला
गोविंदा अो गोपाला------01
प्रेम की बंसी जिसने बजाई 
दुनिया में है प्रीति जगाई 
मन को सबके भाते हैं 
याद सभी को आते हैं 
दुःख दर्दों से दूर रहे हम 
पास कभी ना आयें गम 
बंसी मधुर बजाते हैं 
सब को गले लगाते हैं 
भ्रम कभी ना जिसने पाला 
वो तो प्यारा नंदलाला
मुरली वाला नंदलाला
गोविंदा अो गोपाला------02
फिर से प्रेम जगा दो अब 
शिकवे दूर करा दो अब 
तुम्हीं से मिलती हमको दिलासा 
कोई मिले ना भूखा प्यासा 
सोई शक्ति सब की जगा दो 
प्रेम की गंगा फिर से बहा दो
दूरी जितनी सारी मिटा दो
फिर से हमको गले लगा लो 
देर करो ना नंदलाला 
अपना तू है रखवाला
मुरली वाला नंदलाला
गोविंदा अो गोपाला------03
इतनी शक्ति हमको दो
अपनी तुम तो समझ बढ़ा दो
कृपा की गंगा फिर से बाहर दो 
मुरली मधुर अब तो बजा दो 
दुश्मन से हैअब लड़ना 
बात प्रेम से हमको कहना 
शक्ति से मजबूत करो तुम 
मिट जाएं सारे अब तो गम 
देश हमारा सबसे न्यारा 
जीवन से है हमको प्यारा 
बन्द दिलों के खोलो ताला 
जल्दी करो अब तो नंदलाला
मुरली वाला नंदलाला
गोविंदा अो गोपाला------04
Archna Raj.

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