बुद्धा
बुलाये ,मोदी आये ,
(Hindi
Poem- Ga/79/1789)
बुद्धा बुलाये
,मोदी आये ,
दिलो में सबके वे छाये
जोर से मारी एक दहाड़
गिरे विरोधी खायें पछाड़
देश से किया है इतना प्यार,
छोड़ दिया अपना घर वार
ना कोई लालच ,ना कोई वाद
ना अपना है कोई दामाद
कभी ना छुट्टी ,कभी ना फुर्र्सत
जीवन देश के काम में आये
बुद्धा बुलाये ,मोदी आये ,
दिलो में सबके वे छाये----001
किसान बीमा और बात गरीब
बदलेंगे वे सबका नसीब
क्या स्ट्राइक ?और पैसा वसूला
वादा किया ;ना अब तक भूला
लोंगों का विश्वास जगाया
सेवक उनका है ;बताया
जनता का है उनपे कर्ज
वादा निभाना ;उनका फर्ज
पाई -2 का लेगें हिसाब
काला धन अब देगा जबाब
नहीं मुसीवत गरीब को होगी ,
वादा ;यही बताये
बुद्धा बुलाये ,मोदी आये ,
दिलो में सबके वे छाये---002
जोर का दिया मोदी ने धक्का
चला सका न कोई छक्का
रह गये सारे हक्का बक्का
काम किया है इतना पक्का
बैंकों के दरवाजे बन्द
निकले केवल पैसे चन्द
जनता का है एक बहाना
डूब न जाये पैसा बचा ना
विरोध समझ में आये
बुद्धा बुलाये ,मोदी आये ,
दिलो में सबके वे छाये---003
हाय ! फायर तेजू भाई ,
कैसे छिपाये अपनी कमाई ,
साथ में दिग्गज भी देखे
अपना पैसा कैसे ? नदी में फेकें
सारी लड़ाई इसकी है
बात नहीं ये सबकी है
अब तक सीमा ,देश अशान्त ,
चहुं ओर छाई है शान्त
सारी थ्योरी फेल किये
जनता पे विश्वास किये
दिया भरोसा जनता ने,
साथ में मोदी के आये
बुद्धा बुलाये ,मोदी आये ,
दिलो में सबके वे छाये---004
अर्चना & राज
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