Thursday 1 January 2015

0160-----Happy New Year-2015----Hindi Poem 035



मुझ जैसा अनजान शख्स
न ही ज्ञान ध्यान को जाना
निपट निरक्षर ज्ञान से दूर
लेकिन मित्रो को पहचाना
जाने समझे प्रेम की भाषा
कृतज्ञता को हम हैं निभाते,
तेरा साथ न होने पर
समझ कभी न जीवन पाते
एहम वहम को न पाला हमने,
रहे सदा नज़दीक आपके ,
प्रितिदिन संध्या के आते ही,
 रहते मिलते दर्शन आपके
प्रेम,दोस्ती,सहयोग की खातिर,
हम तो कहेंगे इतना मात्र,
कोई कुछ भी क्या बोलें ,
केवल आप हैं धन्यवाद के पात्र
जो भी गलती की हो हमने,
मिटा दो इसको खिला दो चेहरे
नए वर्ष के सुबह अवसर पर
नई आशाओ के साथ हैं तेरे
शांति समृद्धि धन-दौलत की
हर दिन आये खुशियाँ फूल,
घर में बरसे देश में महके
मिटा दो मिलकर सारे शूल,


"नव वर्ष २०१५ की हार्दिक शुभकामनाएं"
Happy New Year-2015,
To all my dear,
Whether here or abroad,
Be far or near,
I wish you all a happy,healthy,and prosperous year -2015 with splendid success everywhere.
You enjoy and we share !
(Archna & Raj)

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