Monday, 25 December 2017

736---पता नहीं क्यों ? क्या हुआ ?

आज मन कुछ दुखी दुखी है पता नहीं क्यों ? क्या हुआ ?
Az-5/2105

कभी आना यहां ,
कभी जाना वहाँ ,
कभी गम आते
,कभी सुख आते
 सुख-दुख की ये
पहचान पुरानी है
जीवन की ये
अजब कहानी है
कभी सपने भी
कभी अपने भी
गम दे जाते यहां
गम का सागर है
जायें तो जाएं कहां
ये किसकी यहां
मनमानी है
जीवन की ये
अजब कहानी है
ये पल दो पल
खुशियों के हैं पल
खुशियों को हम
बाटें यहां
प्यार का ये
बने जहां
ये सौगात पुरानी है
 जीवन की अजब कहानी है

(अर्चना राज)

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